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टेस्ट डेब्यू के बाद सरफराज की ICC रैंकिंग में एन्ट्री

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              टेस्ट डेब्यू के संत सरफराज की ICC रैंकिंग में एन्ट्री डेब्यू के साथ सरफराज खान की आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में एंट्री, दिग्गजों को छोड़ दिया पीछे सरफराज खान टेस्ट डेब्यू के साथ ही दुनियाभर में छा गए हैं। वे आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में भी बड़े बड़े खिलाड़ियों को पछाड़ने में कामयाब रहे हैं। डोमेस्टि​क क्रिकेट में बड़े बड़े कारनामे करने वाले युवा बल्लेबाज सरफराज खान अ​ब भारतीय टीम के भी खिलाड़ी बन गए हैं। उनके इंटरनेशनल डेब्यू का इंतजार पिछले करीब दो साल से किया जा रहा था, जो इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में पूरा हो गया। सरफराज ने जिस तरह घरेलू क्रिकेट में रन बनाए हैं, उसी तरह का आगाज इंटरनेशनल में भी किया। पहले ही टेस्ट की दोनों पारियों में अर्धशतक लगाने वाले वे भारत के कुछ चुनिंदा खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने आईसीसी रैंकिंग की टॉप 100 खिलाड़ियों की लिस्ट में एंट्री कर ली है।  इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू टेस्ट की दोनों पारियों में सरफराज ने लगाए अर्धशतक  सरफराज खान ने इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच में अपना डेब्यू किया। र

आखिर मैच जीतने पर भी क्यों नाराज हुए रोहित शर्मा

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  आखिर मैच जीतने पर भी क्यों  नाराज हुए रोहित शर्मा  राजकोट टेस्ट के दौरान डबल के लिए नहीं भागने पर सरफराज खान यशस्वी से नाराज हो गए थे, जिसके लिए उनकी आलोचना हो रही है। इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में भारत की दूसरी पारी में सरफराज खान और यशस्वी जायसवाल ने मिलकर पांचवें विकेट लिए 158 गेंद पर 172* रनों की साझेदारी की, जिसके कारण भारतीय टीम दूसरी पारी में 430 रन बनाने में सफल रही। एक ओर जहां जायसवाल ने दोहरा शतक जमाया, तो वहीं दूसरी ओर सरफराज ने 68* रन की पारी खेली। दोनों की पारी उम्दा रही। भारत ने इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 557 का लक्ष्य रखा, जिसके जवाब में अंग्रेज टीम 122 पर सिमट गई और 434 रन से मैच हार गई। दूसरी पारी के दौरान एक घटना घटी, उसके बाद सोशल मीडिया पर सरफराज खान को हद में रहने के लिए कहा जा रहा है। आलोचक कह रहे हैं कि सरफराज खान इसी गुस्से की वजह से अब तक भारतीय टीम में नहीं आ सके थे।  दरअसल, हुआ ये कि भारत की पारी के 94वें ओवर के दौरान एक गेंद पर दोनों बल्लेबाजों के बीच दो रन लेने को लेकर कंफ्यूजन पैदा हो गया था, जिसके बाद सरफराज, जायसवाल पर भड़कते हुए नजर आए। सोशल मीड

यशस्वी जायसवाल की कहानी आपके दिल को छू लेगी

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  "यशस्वी जब 11, साढ़े 11 साल का था, तब मैंने उसे पहली बार खेलते हुए देखा था. उससे बातचीत करने के बाद पता चला कि वह बुनियादी बातों के लिए बेहद संघर्ष कर रहा है. उसके पास ना तो खाने के लिए पैसे थे और ना ही रहने के लिए जगह. वह मुंबई के एक क्लब में गार्ड के साथ टेंट में रहा. वह दिन में क्रिकेट खेलता और रात को गोलगप्पे भी बेचता था. सबसे बड़ी बात वह कम उम्र में उत्तर प्रदेश के भदोही ज़िले में अपने घर से दूर मुंबई में था. " "वह उसके लिए बेहद कठिन दौर था, क्योंकि बच्चों को घर की याद भी आती है. एक तरह से उसने अपना बचपन खो दिया था. लेकिन यशस्वी अपनी ज़िंदगी में कुछ करना चाहता था. मेरी कहानी भी कुछ ऐसी ही थी. मैं भी कम उम्र में गोरखपुर से कुछ करने मुंबई गया था. मैने भी वही झेला था जो यशस्वी झेल रहा था." "उसकी परेशानी को मैं समझ पा रहा था. घर से थोड़े बहुत पैसे आते थे. अपने परिवार को कुछ बता भी नही सकते थे, क्योंकि दिल में डर होता है कि अगर सब कुछ उन्हें पता चल गया तो वह कहीं वापस ना बुला ले. तब मैने निर्णय कर लिया कि मै इस लडके को संबल दूंगा, इसकी मदद करूंगा, इसको ट्रेनि